June 28, 2014

अद्भुत ( हिन्दी उपन्यास) - चेप्टर 46

क्रिस्तोफर और उसके तिन दोस्त अबभी पागलोंकी तरह नॅन्सी और जॉनको ढूंढ रहे थे. आखिर ढूंढ ढूंढकर थकनेके बाद फिरसे जिस चौराहेसे उन्होने उन्हे ढूंढनेकी शुरवात की थी उस चौराहेपर क्रिस्तोफर और स्टिव्हन वापस आ गए. उनके पिछे पिछे बडी बडी सांसे लेते हूए सांसे फुला हूवा रोनॉल्ड आगया. 

'' मिल गई ? '' स्टीव्हनने पुछा. 

रोनॉल्डने सिर्फ ना मे सर हिलाया. 

'' सालोंको क्या आसमान खा गया या पाताल निगल गया?'' क्रिस्तोफर चिढकर बोला. 

इतनेमें उन्हे दुरसे पॉल उनकी ओर आता दिखाई दिया. उन्होने बडी आसकी साथ उसकी तरफ देखा. लेकिन उसने दुरसेही अपना अंगुठा निचे कर वे नही मिलनेका इशारा किया. 

'' सालों क्या बारा बजा हूवा मुंह लेकर आये हो... जावो उसे ढूंढो... और जबतक वह मिलती नही तबतक वपस मत आवो... '' क्रिस्तोफर गरज उठा. 

उतनेमें क्रिस्तोफरके फोनकी रिंग बजी. 

किस्तोफरने फोन उठाया और, '' हॅलो '' वह नाराजगीसेही फोनमें बोला.

'' हे... मै ऍंथोनी बोल रहा हूं ... '' उधरसे नॅन्सी और जॉनका क्लासमेट ऍंथोनी बोल रहा था. 

'' हां बोलो ऍंथोनी'' क्रिस्तोफर सपाट स्वरमें बोला. उसके स्वरमें उसका फोन आनेकी खुशीतो झलकती नही दिखाई दे रही थी. 

'' एक खुशीकी बात है ... मैने तुम्हारे लिए एक ट्रीट अरेंज की है '' उधरसे ऍंथोनी बोला. 

'' देखो ऍंथोनी ... अभी हमारा मुड कुछ ठिक नही है ... और तुम्हारी ट्रीट अटेंड करने इतनातो हैही नही.'' क्रिस्तोफरने कहा. 

'' अरे फिर तो यह ट्रीट तुम्हारा मुड जरुर ठिक करेगी ... पहले सुन तो लो... एक नया पंछी अपने शहरमें आया हूवा है ... फिलहाल मैने उसे खास तुम्हारे लिए एक महफुस जगह भेजा है... '' ऍंथोनीका उधरसे उत्साहसे भरा स्वर आया. 

'' पंछी ?... इस शहरमें नया ... एक मिनट ... एक मिनट... क्या वह उसके बॉयफ्रेंडके साथ है ?'' क्रिस्तोफरने पुछा. 

'' हां '' उधरसे ऍंथोनीने कहा. 

'' उसके गालपर हसनेके बाद डिंपल दिखने लगता है .?'' क्रिस्तोफरने विचारले.

'' हां '' उधरसे ऍंथोनीने कहा. 

'' उसके दाएं हाथपर शेरका टॅटूभी है ... बराबर'' क्रिस्तोफरका चेहरा खुशीसे खिलने लगा. 

'' हां .. लेकिन यह सब तुम्हे कैसे पता ?'' उधरसे ऍंथोनीने आश्चर्यसे पुछा. 

'' अरे वह तो वही लडकी है .... रोनॉल्ड, पॉल, स्टीव और मै सुबहसे जिसके पिछे थे... और अभी थोडी देर पहले वह हमें झांसा देकर यहां से गायब हो गई है ... लेकिन लगता है साली हमारे नसीबमेंही लिखी है ''

सबके चेहरे एकदम खुशीसे चमकने लगे. स्टीव्ह और पॉलके चेहरेपर तो खुशी समाये नही समा रही थी. 

'' सच?'' उधरसे ऍंथोनीभी आश्चर्यसे बोला. 

'' यार ऍंथोनी... आज तो तुमने मेरा दिल खुश कर दिया है ... इसे कहते है सच्चा दोस्त '' क्रिस्तोफरभी खुशीके मारे उत्तेजीत होकर बोल रहा था. 

'' अरे अभीतो हम उसे पता नही कहां कहां ढूंढ रहे थे... किधर है वह ?... सच कहूं... हम लोग उसके बदले तुम्हे जो चाहिए वह दे देगे '' क्रिस्तोफरने खुशीके मारे वादा किया. 

'' देखो ... फिर मुकर ना जाना '' ऍंथोनीने अविश्वासभरे स्वरमें कहा. 

'' अरे नही ... इट्स जेन्टलमन्स प्रामीस'' क्रिस्तोफर किसी राजाकी तरह खुश होकर बोला. 

'' दो हजार डॉलर्स ... हर एकके पाससे ... मंजूर?'' ऍंथोनीनेभी वक्तके तकाजेका फायदा लेनेकी ठान ली. 

'' मंजूर'' क्रिस्तोफरने बेफिक्र लहजेमें कहा. 


क्रमश:...

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