कहते हैं जो भवन वर्षों तक सुनसान रहे, वहाँ भूत-प्रेत अपना कब्जा जमा
लेते हैं। बहुत से लोगों को यह मात्र अफवाह और डरावनी कहानी लगे लेकिन जो
लोग इन बातों पर विश्वास करते हैं उनके लिए यह एक ऐसी वास्तविकता है जो
किसी के भी चेहरे का रंग उड़ा सकती है।
मुगल-ए-आज़म और महल जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का जादू बिखेरने वाली अभिनेत्री मधुबाला का घर अब एक भूतहा खण्डहर हो गया है। आसपड़ोस के लोगों की मानें तो इस घर में से अजीब-अजीब सी आवाजें आती हैं और रात के समय किसी के रोने जैसा आभास होता है।
भले ही यह बात आप सभी को अफवाह प्रतीत हो लेकिन इससे इंकार किया जाना भी संभव नहीं है। यही वजह है कि आज इस घर को खरीदने वाला कोई नहीं है और यह इमारत अभी भी वीरान पड़ी है.
मधुबाला का देहावसान आज से लगभग बयालीस वर्ष पहले हुआ था, गायक और अभिनेता रहे किशोर कुमार से विवाह करने के बाद भी मधुबाला बांद्रा उपनगर स्थित पाली हिल के अरेबियन विला नामक अपने घर पर ही रहा करती थीं और दिल में छेद होने की वजह से मधुबाला का निधन हुआ था।
उल्लेखनीय है कि मृत्यु से कुछ समय पहले ही मधुबाला ने यह कहा था कि वह दोबारा इस दुनिया में आना चाहती हैं और पुन: अभिनेत्री ही बनना चाहती हैं, उनकी सबसे बड़ी इच्छा थी कि वह भारत में ही जन्म लें।
अपनी घातक बीमारी के कारण वह अभिनय नहीं कर पाईं और अभिनय के सपने देखकर ही अपना समय व्यतीत करती रहीं। फिल्मी दुनिया से दूरी बनाकर रह पाना उनके लिए बहुत कठिन था इसीलिए लोगों का मानना है कि मरने के बाद भी उनकी आत्मा उसी घर में भटक कर रह गई है।
अरेबियन विला के पड़ोस में रहने वाले लोगों का कहना है कि जब मधुबाला उस घर में रहती थीं तब रोज रात को वहाँ से रोने, गाने और चिल्लाने की आवाजें आती थीं और इन आवाज़ों में मुख्य स्वर स्वयं मधुबाला का रहता था।
कुछ लोगों ने मधुबाला की उस आवाज को रिकॉर्ड किया और अब उस जगह से जो आवाजें आती हैं उसे मधुबाला की उन आवाजों के साथ मिलाकर देखा गया तो सभी यह सोचकर हैरान रह गए कि दोनों ही आवाजें समान हैं।
कई बार इस घर को बेचने की कोशिश की गई, इसमें रंग-रोगन करवाया गया लेकिन फिर भी कोई भी ग्राहक इसे खरीदने के लिए तैयार नहीं हुआ। लोगों का यह विश्वास है कि हो ना हो इस घर में मधुबाला की आत्मा का वास है जो इस दुनिया को छोड़कर जाने की इच्छुक नहीं है।
हालांकि बहुत कम लोग हैं जिनका सामना मधुबाला की आत्मा से हुआ है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि किसी को उनकी आत्मा के वहाँ होने जैसा महसूस नहीं हुआ।
मुगल-ए-आज़म और महल जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का जादू बिखेरने वाली अभिनेत्री मधुबाला का घर अब एक भूतहा खण्डहर हो गया है। आसपड़ोस के लोगों की मानें तो इस घर में से अजीब-अजीब सी आवाजें आती हैं और रात के समय किसी के रोने जैसा आभास होता है।
भले ही यह बात आप सभी को अफवाह प्रतीत हो लेकिन इससे इंकार किया जाना भी संभव नहीं है। यही वजह है कि आज इस घर को खरीदने वाला कोई नहीं है और यह इमारत अभी भी वीरान पड़ी है.
मधुबाला का देहावसान आज से लगभग बयालीस वर्ष पहले हुआ था, गायक और अभिनेता रहे किशोर कुमार से विवाह करने के बाद भी मधुबाला बांद्रा उपनगर स्थित पाली हिल के अरेबियन विला नामक अपने घर पर ही रहा करती थीं और दिल में छेद होने की वजह से मधुबाला का निधन हुआ था।
उल्लेखनीय है कि मृत्यु से कुछ समय पहले ही मधुबाला ने यह कहा था कि वह दोबारा इस दुनिया में आना चाहती हैं और पुन: अभिनेत्री ही बनना चाहती हैं, उनकी सबसे बड़ी इच्छा थी कि वह भारत में ही जन्म लें।
अपनी घातक बीमारी के कारण वह अभिनय नहीं कर पाईं और अभिनय के सपने देखकर ही अपना समय व्यतीत करती रहीं। फिल्मी दुनिया से दूरी बनाकर रह पाना उनके लिए बहुत कठिन था इसीलिए लोगों का मानना है कि मरने के बाद भी उनकी आत्मा उसी घर में भटक कर रह गई है।
अरेबियन विला के पड़ोस में रहने वाले लोगों का कहना है कि जब मधुबाला उस घर में रहती थीं तब रोज रात को वहाँ से रोने, गाने और चिल्लाने की आवाजें आती थीं और इन आवाज़ों में मुख्य स्वर स्वयं मधुबाला का रहता था।
कुछ लोगों ने मधुबाला की उस आवाज को रिकॉर्ड किया और अब उस जगह से जो आवाजें आती हैं उसे मधुबाला की उन आवाजों के साथ मिलाकर देखा गया तो सभी यह सोचकर हैरान रह गए कि दोनों ही आवाजें समान हैं।
कई बार इस घर को बेचने की कोशिश की गई, इसमें रंग-रोगन करवाया गया लेकिन फिर भी कोई भी ग्राहक इसे खरीदने के लिए तैयार नहीं हुआ। लोगों का यह विश्वास है कि हो ना हो इस घर में मधुबाला की आत्मा का वास है जो इस दुनिया को छोड़कर जाने की इच्छुक नहीं है।
हालांकि बहुत कम लोग हैं जिनका सामना मधुबाला की आत्मा से हुआ है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि किसी को उनकी आत्मा के वहाँ होने जैसा महसूस नहीं हुआ।
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