स्क्रीमिंग टनल- यानि चीखने वाली सुरंग: जैसे कि नाम से ही आपको आभास हो गया होगा कि इस सुरंग का भय कितना होगा।
यह सुरंग कनाडा के ओंटेरियो के नियागरा फाल्स के पास स्थित है। इसका निर्माण सन 1900 में उस इलाके में पानी के बहाव को पास के खेतों की तरफ मोडने के लिए ग्रांड ट्रेक रेलवे लांइस के ठीक नीचे किया गया जो कि लगभग 16 फीट ऊंची और 125 फीट लंबी है।
सुरंग के निर्माण के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन कुछ समय बाद ही एक ऐसा हादसा हुआ जिसने आसपास के लोगों को हिला कर रख दिया।
इसके आस-पास उस वक्त कुछ खास आबादी नहीं थी और इस सुरंग में हमेशा पानी भी नहीं भरा रहता था।
जब पानी बढ़ जाता था तब इस टनल का प्रयोग किया जाता था। उस समय इसमें कई हादसे हुए जिनमें से एक हादसा ऐसा था जिससे आज भी ओंटेरियो उबर नहीं पाया है।
यह उस समय की बात है जब इस सुरंग में पानी नहीं था। उस समय इसके दक्षिण की तरफ एक लकड़ी का घर था। उस घर में एक बाप-बेटी रहा करते थे। उस रात सुंग के पास बहुत तेज हवा चल रही थी और चारों तरफ भयानक अंधेरी रात थी। इसी दौरान उस मकान में अचानक आग लग गई।
उस समय घर में वो लड़की अकेले अपने पिछले कमरे थी। हवा का रूख भी उसी तरफ था और देखते-देखते आग ने पूरी तरह उस मकान को अपने आगोश में ले लिया। तब लड़की को आग का पता चला तो वो घर के पिछले हिस्से से भागने के लिए उठी, तब तक आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया था और मकान का एक हिस्सा उसके ऊपर आ गिरा।
लड़की किसी तरह वहाँ से भागी लेकिन उसके कपड़ो में आग लग चुकी थी। लड़की खुद को बचाने के लिए सुरंग की तरफ भागी ताकि वो पानी में कूद सके। लेकिन जब तक वो वहाँ तक पहुंची वो बुरी तरह जल चुकी थी और जब उसने सुरंग में छलांग लगाई तो सीधे जमीन पर आ गिरी क्योंकि सुरंग में उस समय पानी नहीं था। आग से बुरी तरह लिपटी हुई उस लड़की की चीख उस इलाके में गूंज गई।
उसकी चीखें इतनी भयानक थी कि आस-पास के कई लोग वहाँ आ पहुँचे और ऊपर से आग से लड़ती हुई इस लड़की को देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसे बचाने की हिम्मत नहीं की और आखिरकार आग से हारकर उस जवान लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया।
इसके अलावा एक और हादसा इस सुरंग में हुआ, यह हादसा भी एक युवती के साथ ही हुआ। सुरंग के आस-पास के लोगों का मानना है कि एक बार रात में कुछ वहशी दरिन्दों ने एक लड़की के साथ इसके अन्दर सामूहिक बलात्कार किया था। इतना ही नहीं बलात्कार करने बाद उन दरिन्दों नक अपनी काली करतूत छिपाने के लिए उस बेचारी लड़की के ऊपर तेल डालकर उसे जला दिया था।
लोगों का कहना है कि उस समय वो लड़की भी बहुत भयानक रूप से चीख रही थी। लेकिन आस-पास के लोलों ने पुराना हादसा देखा था तो उन्हें लगा कि शायद उसी लड़की की रूह चीख रही है। सुबह जब लोग सुरंग के पास गये तो देखा कि एक लड़की का अधजला शव जमीन पर पड़ा था और सुरंग की दिवारों पर उस लड़की के जलने के निशान भी मौजूद थे।
तब से लेकर आज तक उस सुरंग के आस-पास रात में गुजरने से भी लोग डरते हैं। लोगों का कहना है कि आज भी रात में कोई उधर से गुजरता है तो अंदर से सिसकने और शरीर के जलने जैसी बदबू आती हैं।
ऐसा माना जाता है कि कोई भी सुरंग में रोशनी करता है तो उन दोनों ही लड़कियों की रूहें परेशान हो जाती हैं।
एक बार सुरंग की सफाई के लिए एक आदमी सुरंग में गया था। उस समय वो सुरंग की सफाई करते-करते थक गया था। उसी समय उसने पास से एक सिगरेट निकाली और उसे जलाने के लिए माचिस निकाली। जैसे ही उसने माचिस जलाई माचिस बुझ गई, उसने दोबारा कोशिश की तो तेज हवा सुरंग की दूसरी तरफ से चलने लगी। उसके बाद वो वहाँ से उठा और हवा से बचने के लिए सुरंग के अंदर चला गया और एक कोने में जाकर माचिस जलाने लगा।
जैसे ही उसने तीसरी बार माचिस जलाई तभी एक भयानक चीख उस सुरंग में गूंज गई और उस सफाईकर्मी ने अपने सिर के ठीक ऊपर एक लड़की के साये को देखा जो कि किसी छिपकली की तरह सुरंग की दीवार से चिपकी थी, उसका पूरा चेहरा जला था और वो बार-बार चीख रही थी।
चीख इतनी भयानक थी कि आस-पास के लोगों ने भी उसे सुना।
सुरंग के ऊपर काम कर रहे लोग दौड़कर सुरंग के अंदर झुक कर देखने लगे तो उन्होने देखा कि वो आदमी सुरंग के अंदर जमीन पर बेहोश पड़ा है और उसके हाथ में माचिस थी। किसी तरह उसे बाहर निकाला गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वो आदमी जिंदा बच गया और उसने आप बीती लोगों को बताई लेकिन कुछ दिनों के बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया।
आज भी उन दोनों रूहों को लोग महसूस करते हैं। इस समय भी यदि आप सुरंग के बीचों बीच जाकर माचिस की तीली जलाते हैं तो एक भयानक चीख आप आसानी से सुन सकते हैं।
लेकिन इसके लिए बहुत हिम्मत की जरूरत है, ऐसा करने के दौरान आपकी जान पर भी बन सकती है।
यह सुरंग कनाडा के ओंटेरियो के नियागरा फाल्स के पास स्थित है। इसका निर्माण सन 1900 में उस इलाके में पानी के बहाव को पास के खेतों की तरफ मोडने के लिए ग्रांड ट्रेक रेलवे लांइस के ठीक नीचे किया गया जो कि लगभग 16 फीट ऊंची और 125 फीट लंबी है।
सुरंग के निर्माण के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन कुछ समय बाद ही एक ऐसा हादसा हुआ जिसने आसपास के लोगों को हिला कर रख दिया।
इसके आस-पास उस वक्त कुछ खास आबादी नहीं थी और इस सुरंग में हमेशा पानी भी नहीं भरा रहता था।
जब पानी बढ़ जाता था तब इस टनल का प्रयोग किया जाता था। उस समय इसमें कई हादसे हुए जिनमें से एक हादसा ऐसा था जिससे आज भी ओंटेरियो उबर नहीं पाया है।
यह उस समय की बात है जब इस सुरंग में पानी नहीं था। उस समय इसके दक्षिण की तरफ एक लकड़ी का घर था। उस घर में एक बाप-बेटी रहा करते थे। उस रात सुंग के पास बहुत तेज हवा चल रही थी और चारों तरफ भयानक अंधेरी रात थी। इसी दौरान उस मकान में अचानक आग लग गई।
उस समय घर में वो लड़की अकेले अपने पिछले कमरे थी। हवा का रूख भी उसी तरफ था और देखते-देखते आग ने पूरी तरह उस मकान को अपने आगोश में ले लिया। तब लड़की को आग का पता चला तो वो घर के पिछले हिस्से से भागने के लिए उठी, तब तक आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया था और मकान का एक हिस्सा उसके ऊपर आ गिरा।
लड़की किसी तरह वहाँ से भागी लेकिन उसके कपड़ो में आग लग चुकी थी। लड़की खुद को बचाने के लिए सुरंग की तरफ भागी ताकि वो पानी में कूद सके। लेकिन जब तक वो वहाँ तक पहुंची वो बुरी तरह जल चुकी थी और जब उसने सुरंग में छलांग लगाई तो सीधे जमीन पर आ गिरी क्योंकि सुरंग में उस समय पानी नहीं था। आग से बुरी तरह लिपटी हुई उस लड़की की चीख उस इलाके में गूंज गई।
उसकी चीखें इतनी भयानक थी कि आस-पास के कई लोग वहाँ आ पहुँचे और ऊपर से आग से लड़ती हुई इस लड़की को देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसे बचाने की हिम्मत नहीं की और आखिरकार आग से हारकर उस जवान लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया।
इसके अलावा एक और हादसा इस सुरंग में हुआ, यह हादसा भी एक युवती के साथ ही हुआ। सुरंग के आस-पास के लोगों का मानना है कि एक बार रात में कुछ वहशी दरिन्दों ने एक लड़की के साथ इसके अन्दर सामूहिक बलात्कार किया था। इतना ही नहीं बलात्कार करने बाद उन दरिन्दों नक अपनी काली करतूत छिपाने के लिए उस बेचारी लड़की के ऊपर तेल डालकर उसे जला दिया था।
लोगों का कहना है कि उस समय वो लड़की भी बहुत भयानक रूप से चीख रही थी। लेकिन आस-पास के लोलों ने पुराना हादसा देखा था तो उन्हें लगा कि शायद उसी लड़की की रूह चीख रही है। सुबह जब लोग सुरंग के पास गये तो देखा कि एक लड़की का अधजला शव जमीन पर पड़ा था और सुरंग की दिवारों पर उस लड़की के जलने के निशान भी मौजूद थे।
तब से लेकर आज तक उस सुरंग के आस-पास रात में गुजरने से भी लोग डरते हैं। लोगों का कहना है कि आज भी रात में कोई उधर से गुजरता है तो अंदर से सिसकने और शरीर के जलने जैसी बदबू आती हैं।
ऐसा माना जाता है कि कोई भी सुरंग में रोशनी करता है तो उन दोनों ही लड़कियों की रूहें परेशान हो जाती हैं।
एक बार सुरंग की सफाई के लिए एक आदमी सुरंग में गया था। उस समय वो सुरंग की सफाई करते-करते थक गया था। उसी समय उसने पास से एक सिगरेट निकाली और उसे जलाने के लिए माचिस निकाली। जैसे ही उसने माचिस जलाई माचिस बुझ गई, उसने दोबारा कोशिश की तो तेज हवा सुरंग की दूसरी तरफ से चलने लगी। उसके बाद वो वहाँ से उठा और हवा से बचने के लिए सुरंग के अंदर चला गया और एक कोने में जाकर माचिस जलाने लगा।
जैसे ही उसने तीसरी बार माचिस जलाई तभी एक भयानक चीख उस सुरंग में गूंज गई और उस सफाईकर्मी ने अपने सिर के ठीक ऊपर एक लड़की के साये को देखा जो कि किसी छिपकली की तरह सुरंग की दीवार से चिपकी थी, उसका पूरा चेहरा जला था और वो बार-बार चीख रही थी।
चीख इतनी भयानक थी कि आस-पास के लोगों ने भी उसे सुना।
सुरंग के ऊपर काम कर रहे लोग दौड़कर सुरंग के अंदर झुक कर देखने लगे तो उन्होने देखा कि वो आदमी सुरंग के अंदर जमीन पर बेहोश पड़ा है और उसके हाथ में माचिस थी। किसी तरह उसे बाहर निकाला गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वो आदमी जिंदा बच गया और उसने आप बीती लोगों को बताई लेकिन कुछ दिनों के बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया।
आज भी उन दोनों रूहों को लोग महसूस करते हैं। इस समय भी यदि आप सुरंग के बीचों बीच जाकर माचिस की तीली जलाते हैं तो एक भयानक चीख आप आसानी से सुन सकते हैं।
लेकिन इसके लिए बहुत हिम्मत की जरूरत है, ऐसा करने के दौरान आपकी जान पर भी बन सकती है।
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