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March 20, 2014

अद्भुत ( हिन्दी उपन्यास) - चेप्टर 29

सॅम पुलिस स्टेशनमें बैठकर एक एक बातके उपर गौरसे सोच रहा था और अपने पार्टनर के साथ बिच बिचमें चर्चा कर रहा था.

'' एक बात तुम्हारे खयाल मे आगई क्या ?'' सॅमने शुन्यमें देखते हूए अपने पार्टनरसे पुछा.

'' कौनसी ?'' उसके पार्टनरने पुछा.

'' अबतक तिन कत्ल हूए है ... बराबर?''

'' हां ... तो? ''

'' तिनो कत्लके पहले जॉर्जको यह अच्छी तरहसे पता था की अगला कत्ल किसका होनेवाला है '' सॅमने कहा.

'' हां बराबर''

'' और तिसरे कत्लके वक्त तो जॉर्ज कस्टडीमें बंद था. '' सॅमने कहा.

'' हां बराबर है '' पार्टनरने कहा.

'' इसका मतलब क्या ?'' सॅमने मानो खुदसेही सवाल पुछा हो.

'' इसका मतलब साफ है की उसका काला जादू जेलके अंदरसेभी काम कर रहा है '' पार्टनर मानो उसे एकदम सही जवाब मिला इस खुशीसे बोला.

'' बेवकुफकी तरह कुछभी मत बको ..'' सॅम उसपर गुस्सेसे चिल्लाया.

'' ऐसी बात बोलो की वह किसीभी तर्कसंगत बुध्दी को हजम हो...'' सॅम अपना गुस्सा काबूमें रखनेकी कोशीश करते हूए उसे आगे बोला.

बेचारे सॅमके पार्टनरका खुशीसे दमकता चेहरा मुरझा गया.

काफी समय बिना कुछ बात किये शांतीसे बित गया.

सॅमने आगे कहा, '' सुनो, जब हम जॉर्जके घर गए थे तब एक बात हमने बडी स्पष्टतासे गौर की ....''

''कौनसी ?''

'' की जॉर्जके मकानको इतनी खिडकीयां थी की उसके पडोसमें किसीकोभी उसके घरमें क्या चल रहा है यह स्पष्ट रुपसे दिख और सुनाई दे सकता है .'' सॅमने कहा.

'' हां बराबर...'' उसका पार्टनर कुछ ना समझते हूए बोला.

अचानक एक विचार सॅमके दिमागमें कौंध गया. वह एकदम उठकर खडा हो गया. उसके चेहरेपर गुथ्थी सुलझननेका आनंद झलक रहा था.

उसका पार्टनरभी कुछ ना समझते हूए उसके साथ खडा हो गया.

'' चलो जल्दी... '' सॅम जल्दी जल्दी दरवाजेकी तरफ जाते हूए बोला.

उसका पार्टनर कुछ ना समझते हूए सिर्फ उसके पिछे पिछे जाने लगा.

एकदम ब्रेक लगे जैसा सॅम दरवाजेमें रुक गया.

'' अच्छा तुम एक काम करो ... अपने टीमको स्पेशल मिशनके लिए तैयार रहनेके लिए बोल दो'' सॅमने उसके पार्टनरको आदेश दिया.

उसका पार्टनर पुरी तरह गडबडा गया था. उसके बॉसको अचानक क्या हूवा यह उसके समझ के परे था.

स्पेशल मिशन?...

मतलब कही कातिल मिला तो नही ?...

लेकिन उनकी जो अभी अभी चर्चा हूई थी उसका और कातिल मिलनेका दुर दुरतक कोई वास्ता नही दिख रहा था..

फिर स्पेशल मिशन किसलिए?....

सॅमका पार्टनर सोचने लगा. वह सॅमको कुछ पुछनेही वाला था इतनेमें सॅम दरवाजेके बाहर जाते जाते फिरसे रुक गया और पिछे मुडकर बोला ,

'' चलो जल्दी करो ...''

उसका पार्टनर तुरंत हरकतमें आगया.

जानेदो मुझे क्या करना है? ...

स्पेशल मिशन तो स्पेशल मिशन..

सॅमके पार्टनरने पहले टेबलसे फोन उठाया और एक नंबर डायल करने लगा.


क्रमश:...

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